
मानव तस्करी से जुड़े मामले लगातार बढ़ते चले जा रहे हैं। एक ऐसा केस हाल ही में सामने आया है, जिसके बारे में जानने के बाद आप खुद दंग रह जाएंगे। नालासोपारा के पास नाईगांव में एक सेक्स रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। 12 साल की बच्ची को इस कैद से निकाला गया है। तीन महीनों के दौरान उसका 200 से ज्यादा पुरुषों ने यौन शोषण किया है। इस लड़की को 26 जुलाई के दिन बचाया गया। ये सब उस वक्त मुमकिन हो पाया जब NGO एक्सोडस रोड इंडिया फाउंडेशन और हार्मनी फाउंडेशन ने मीरा-भायंदर वसई-विरार पुलिस के एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट की मदद की।

इस पूरे मामले को लेकर हार्मनी फाउंडेशन के संस्थापक-अध्यक्ष अब्राहम माथाई अपनी बात रखते हुए नजर आएं। उन्होंने कहा, “बाल सुधार गृह में 12 वर्षीय लड़की ने बताया कि उसे सबसे पहले गुजरात के नाडियाद ले जाया गया और तीन महीनों के दौरान 200 से अधिक पुरुषों द्वारा उसका यौन शोषण किया गया। इस लड़की ने अभी अपनी किशोरावस्था भी नहीं देखी है, लेकिन उसका बचपन ऐसे दरिंदों द्वारा छीन लिया गया है।”

इस तरह से देह व्यापार में चली गई 12 साल की बच्ची
सामने आई जानकारी के मुताबिक लड़की स्कूल के एक विषय में फेल हो गई थी और इस डर के चक्कर में की माता-पिता उसे डांटेंगे वो घर से भाग गई थी। जैसे-तैसे करके वो भारत आ गई। उसे देह व्यापार में धकेल दिया गया। मुथाई ने अपनी बात रखते हुए, उसके साथ दुर्व्यवहार करने वाले सभी 200 लोगों का पता लगाया जाना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
क्राइम रिपोर्टर : अन्नू दिवाकर
