
नवरात्रि का पर्व पूरे देश में बड़े धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया जाता है। इस दौरान माता रानी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है। नवरात्रि पूजन में कलश स्थापना का विशेष महत्व होता है। कलश पर आम के पत्तों के साथ नारियल रखकर देवी मां का आह्वान किया जाता है। शास्त्रों में इसे अत्यंत पवित्र और शुभ माना गया है। लेकिन नवरात्रि समाप्त होने के बाद अक्सर यह सवाल उठता है कि कलश पर रखा नारियल खाना चाहिए या नहीं?
कलश पर नारियल रखने का महत्व
कलश स्थापना में जल से भरा पात्र सृष्टि का प्रतीक माना जाता है। कलश के ऊपर रखा नारियल देवी शक्ति का स्वरूप माना जाता है। पूजा में रखा नारियल धन, समृद्धि और सुख-शांति का प्रतीक है।
क्या नारियल खाना उचित है?
शास्त्रों के अनुसार, कलश पर रखा नारियल शुभ फल प्रदान करने वाला प्रसाद होता है। इसे पूजा पूरी होने के बाद परिवार के सभी लोगों में प्रसाद के रूप में बांटना चाहिए। नारियल को घर में उपयोग करना या भोजन में शामिल करना किसी भी प्रकार से अशुभ नहीं है, बल्कि यह सौभाग्य और आशीर्वाद लाता है।

किन बातों का ध्यान रखें?
नारियल को केवल नवरात्रि पूजा पूर्ण होने के बाद ही इसे साफ-सुथरे तरीके से फोड़कर परिवार व रिश्तेदारों में बांटें। नारियल को घर में कभी भी फेंकना या अनादर करना अशुभ माना जाता है। कुछ परंपराओं में नारियल को मंदिर में चढ़ाने की भी परंपरा है, यह भी शुभ होता है।
कलश पर रखा नारियल खाने में कोई भी आपत्ति नहीं है। यह वास्तव में माता रानी का प्रसाद होता है और इसे आदरपूर्वक ग्रहण करना चाहिए। शास्त्रों के अनुसार, नारियल बांटने और खाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा, सुख-समृद्धि और सौभाग्य का वास होता है। BY SHRUTI KUMARI