
देशभर में चर्चा का केंद्र बने सोनम वांगचुक के मामले में आज एक नया मोड़ आया। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी गिरफ्तारी से जुड़े मामले की सुनवाई एक सप्ताह के लिए टाल दी है, ताकि केंद्र और लद्दाख प्रशासन अपनी प्रतिक्रिया पेश कर सकें। उनकी पत्नी गीतांजलि जे. अंगमो ने हैबियस कॉर्पस याचिका दायर कर इस गिरफ्तारी को चुनौती दी है। उनकी दलील है कि वांगचुक की सुरक्षा, स्वास्थ्य और गिरफ्तारी की औचित्य की जानकारी उन्हें नहीं दी गई। यह कदम अन्यायपूर्ण और असंवैधानिक है।

वांगचुक को 26 सितंबर को गिरफ्तार किया गया, जिन पर आरोप है कि उन्होंने लद्दाख के प्रदर्शन को भड़काने में भूमिका निभाई थी। उस प्रदर्शन के दौरान 4 लोग मारे गए और कई घायल हुए। उन पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई की गई। कोर्ट ने केंद्र व लद्दाख प्रशासन को जवाब देने का नोटिस जारी किया है और सुनवाई को 14 अक्टूबर तक के लिए स्थगित कर दिया है। जस्टिस अरविंद कुमार व एन.वी. अंजारिया की बेंच ने कहा कि याचिका में उठाए गए सवाल गंभीर हैं, लेकिन फिलहाल कोई आदेश नहीं दिया गया।

गीतांजलि अंगमो ने कोर्ट में तर्क दिया कि गिरफ्तारी आदेश और गिरफ्तारी के कारणों की प्रतिलिपि उन्हें दी जानी चाहिए थी। उन्होंने आरोप लगाया कि वांगचुक पर पाकिस्तान-चीन से संबंध जोड़ने जैसी झूठी प्रचार-रैलियां चलाई जा रही हैं, जिससे उन्हें बदनाम किया जाना चाहा गया।