
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मालदीव दौरे के दौरान दोनों देशों के संबंधों के बारे में जिक्र करते हुए दिखाई दिए। उन्होंने भारत को मालद्वीव का सबसे करीबी पड़ोसी और अच्छा दोस्त बताया है। साथ ही भारत की नेबरहुड फर्स्ट और महासगार नीति में मालदीव को विशेष स्थान प्राप्त हुआ है, इसका भी जिक्र किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि चाहे महामारी का वक्त हो या फिर आपदा का, भारत ने जरूरी वस्तुएं उपलब्ध कराकर और कोविड के बाद अर्थव्यवस्था को संभालने में मालदीव का साथ देने का काम किया है।

संयुक्त प्रेस वार्त को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,’सबसे पहले मैं भारत की जनता की ओर से मालदीव की स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ के ऐतिहासिक अवसर पर राष्ट्रपति और वहां की जनता को हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहता हूं। इस ऐतिहासिक अवसर पर मुझे मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित करने के लिए मैं राष्ट्रपति जी का हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।’

मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी है भारत
इसके अलावा पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘भारत मालदीव का सबसे करीबी पड़ोसी है। भारत की ‘पड़ोसी पहले’ नीति और ‘महासागर’ विजन में मालदीव का महत्वपूर्ण स्थान है। भारत को मालदीव का सबसे भरोसेमंद दोस्त होने पर गर्व है। चाहे संकट हो या महामारी भारत हमेशा सबसे पहले उनके साथ खड़ा रहा है। चाहे आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता हो या कोविड के बाद अर्थव्यवस्था को संभालना हो, भारत ने हमेशा साथ मिलकर काम किया है।’ मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने कहा, ‘मुझे भारत और मालदीव के बीच मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत शुरू होने की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। यह ऐतिहासिक पहल हमारी आर्थिक साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम है।’ अतंरराष्ट्रीय स्तर पर ये दौरा काफी अहम रूप में देखा जा रहा है। इसका असर आगे क्या होगा वो देखने वाली बात है।
