
अकसर हम ऐसा खाना खाते हैं जो देखने में ताजा लगता है और जिसकी खुशबू भी अच्छी होती है, लेकिन फिर भी पेट दर्द, उल्टी या दस्त जैसी परेशानियां हो जाती हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि खाना बनाते या स्टोर करते वक्त कुछ बुनियादी सावधानियों को नजरअंदाज कर दिया जाता है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, अगर हम खाने की साफ-सफाई और स्टोरेज से जुड़ी कुछ आसान आदतों को अपनाएं, तो फूड प्वाइजनिंग और कई संक्रमणों से बचा जा सकता है. WHO ने इस दिशा में 5 बेहद आसान लेकिन असरदार उपाय सुझाए हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने परिवार को सेहतमंद रख सकते हैं. बस थोड़ी सी समझदारी और साफ-सफाई आपको कई बीमारियों से बचा सकती है. WHO का सीधा संदेश है: Knowledge = Prevention, यानी जितना आप जानेंगे, उतना ही बेहतर बचाव कर पाएंगे.

आइए जानें ये पाँच जरूरी तरीके क्या हैं?
- कच्चे और पके हुए खाने को अलग रखें
कच्चे मांस, मछली और अंडों को पके खाने से दूर रखना चाहिए. दोनों के लिए बेहतर होगा कि आप अलग बर्तन और चाकू-कटिंग बोर्ड का इस्तेमाल करें. खाना स्टोर करते वक्त भी इन्हें अलग-अलग कंटेनर में रखने की WHO सलाह देता है. दरअसल कच्चे खाने में हानिकारक कीटाणु हो सकते हैं, जो पके हुए साफ खाने को भी खराब कर सकते हैं. - खाने को अच्छे से पकाएं
WHO कहता है कि खासकर मांस, चिकन, अंडे और समुद्री भोजन को अच्छी तरह पकाया जाना चाहिए. मांस के धोने के बाद उसका पानी एक दम साफ हो गुलाबी न रहे. सूप और ग्रेवी को अच्छी तरह उबाला भी जाना चाहिए.अगर हो सके तो खाना पकने का तापमान थर्मामीटर से चेक करना चाहिए. ये तापमान 70°C तक होना चाहिए. WHO की मानें तो अच्छी तरह पकाने से ज्यादातर खतरनाक कीटाणु मर जाते हैं और खाना पूरी तरह सुरक्षित हो जाता है.

- WHO कहता है कि पीने और पकाने के लिए साफ पानी का इस्तेमाल करना चाहिए. क्योंकि गंदे पानी और खराब चीज़ों से खाना भी गंदा हो सकता है और बीमारियां फैल सकती हैं. ताजे और सही क्वालिटी के फल-सब्जी, दूध आदि को चुना जाना चाहिए न कि बेकार और बुरी क्वालिटी के. पास्चुरीकृत दूध या सुरक्षित पैकिंग वाले प्रॉडक्ट खरीदने चाहिए. इसके अलावा WHO सलाह देता है कि सब्जी-फल को धोकर ही खाना चाहिए, खासकर जब आप इसे कच्चा खा रहे हैं. इसके अलावा एक्सपायरी डेट वाले प्रॉडक्ट्स से भी बचा जाना चाहिए, खरीदने से पहले पैकजिंग
