
भारतीय संस्कृति में पक्षियों को विशेष स्थान दिया गया है. इनमें से कबूतर शांति, प्रेम और एकता के प्रतीक माने जाते हैं. वास्तु शास्त्र और धार्मिक मान्यताओं में कबूतरों को दाना डालना न केवल पुण्य का कार्य माना गया है, बल्कि यह जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लाने और कई तरह की समस्याओं को दूर करने का सरल उपाय भी है. आइए जानते हैं, कबूतरों को दाना डालने के अद्भुत लाभ और इसके धार्मिक महत्व के बारे में.
- धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व
हिंदू धर्म में जीवों की सेवा को सर्वोत्तम दान कहा गया है. शास्त्रों के अनुसार, कबूतरों को दाना डालना जीवदान के समान है. यह कार्य न केवल पापों का क्षय करता है, बल्कि पुण्य फल भी देता है. भगवान विष्णु के भक्तों के लिए यह एक शुभ कार्य माना जाता है, क्योंकि कबूतर को दयालुता और करुणा का प्रतीक माना गया है. कई जगहों पर यह मान्यता है कि कबूतरों को दाना डालने से पितृदोष और ग्रहदोष कम होते हैं. - वास्तु शास्त्र के अनुसार लाभ
वास्तु शास्त्र में कबूतरों का घर के आस-पास रहना शुभ माना गया है. माना जाता है कि कबूतर शांति और सौहार्द लेकर आते हैं. कबूतरों को नियमित रूप से दाना डालने से घर में सुख-शांति बनी रहती है. यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है. अगर घर में कलह या तनाव का माहौल है, तो कबूतरों को दाना डालना उस ऊर्जा को शांत करने का एक उपाय है.

- ग्रह दोष और नकारात्मक ऊर्जा से मुक्ति
ज्योतिष शास्त्र में कबूतरों को दाना डालना ग्रह दोष निवारण का सरल उपाय बताया गया है. शनि और राहु के अशुभ प्रभाव को कम करने के लिए शनिवार के दिन काले तिल और बाजरा कबूतरों को डालना लाभकारी माना जाता है. बुध और चंद्रमा से जुड़े दोषों को कम करने के लिए हरे चने या मूंग दाल का दाना कबूतरों को खिलाना शुभ होता है. - पर्यावरण और मानवीय लाभ
कबूतरों को दाना डालना सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि मानवीय दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है. यह पक्षियों के भोजन की जरूरत पूरी करता है, खासकर शहरों में जहां प्राकृतिक भोजन की कमी होती है. यह कार्य मन में करुणा, दया और सेवा की भावना को बढ़ाता है. सुबह-सुबह कबूतरों को दाना डालना मानसिक शांति और सकारात्मक शुरुआत का कारण बनता है. - कब और कैसे डालें दाना
सुबह सूर्योदय के समय दाना डालना सबसे शुभ माना जाता है. गेहूं, बाजरा, मक्का, चावल, मूंग दाल या हरे चने का मिश्रण कबूतरों के लिए उत्तम होता है.
कबूतरों को दाना डालना एक छोटा सा कार्य होते हुए भी आध्यात्मिक, धार्मिक, वास्तु और मानवीय दृष्टि से अत्यंत लाभकारी है. यह न केवल हमारे जीवन में सुख-शांति और सौभाग्य लाता है, बल्कि पर्यावरण और जीव-जंतुओं के संरक्षण में भी योगदान देता है. अगर आप अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव चाहते हैं, तो प्रतिदिन कबूतरों को दाना डालने की आदत जरूर अपनाएं.
