
सौंफ एक ऐसा घरेलू मसाला है जो सिर्फ खाने का स्वाद ही नहीं बढ़ाता, बल्कि सेहत का भी खजाना है. आयुर्वेद में सौंफ को ठंडी तासीर, पाचन सुधारने और शरीर को डिटॉक्स करने वाला माना गया है. खासकर, सुबह खाली पेट सौंफ का पानी पीना कई बीमारियों को दूर करने में मददगार साबित होता है. आइए जानें इसके फायदे, बनाने का तरीका और सावधानियां.
सौंफ का पानी बनाने का तरीका
रात को भिगोकर –
1–2 चम्मच सौंफ को एक गिलास पानी में रातभर भिगो दें. सुबह उठकर छान लें और खाली पेट पी लें.
उबालकर
एक गिलास पानी में 1 चम्मच सौंफ डालकर 5 मिनट उबालें. हल्का ठंडा होने पर छानकर पी लें. दोनों तरीकों में, सौंफ का पानी ताजा बनाकर ही पीना बेहतर है.
खाली पेट सौंफ का पानी पीने के 6 बड़े फायदे
पाचन में सुधार
सौंफ में मौजूद फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं. यह गैस, एसिडिटी और कब्ज जैसी समस्याओं में राहत देता है.

वजन घटाने में मददगार
सौंफ का पानी शरीर में जमा अतिरिक्त फैट को कम करने में मदद करता है. यह मेटाबॉलिज्म को तेज करता है और भूख को नियंत्रित करता है.
शुगर लेवल कंट्रोल
डायबिटीज के मरीजों के लिए यह फायदेमंद है. सौंफ में मौजूद पोषक तत्व ब्लड शुगर को संतुलित रखते हैं.
ब्लड प्रेशर संतुलन
पोटैशियम से भरपूर सौंफ का पानी हाई BP को कंट्रोल करने में सहायक है और हृदय को स्वस्थ रखता है.
त्वचा में निखार
एंटीऑक्सीडेंट्स त्वचा को डिटॉक्स करते हैं और दाने, पिंपल्स जैसी समस्याओं को कम करते हैं.
गर्मी और डिहाइड्रेशन से बचाव
सौंफ की ठंडी तासीर शरीर को गर्मी में ठंडा रखती है और पानी की कमी से बचाती है.
सावधानियां
अगर आपको किसी तरह की एलर्जी या हार्मोन संबंधी समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लें. गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाएं बिना सलाह के न लें. अधिक मात्रा में सौंफ का सेवन हार्मोनल असंतुलन या लो BP की समस्या पैदा कर सकता है. सौंफ का पानी एक सस्ता, आसान और प्राकृतिक उपाय है जो पाचन से लेकर शुगर और स्किन तक कई समस्याओं में फायदा पहुंचाता है. अगर इसे सही तरीके से और नियमित रूप से पिया जाए, तो यह सेहत के लिए किसी टॉनिक से कम नहीं है.
