
Vastu Tips for Home: हमारे घर का माहौल, ऊर्जा और दिशा हमारे स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि पर गहरा असर डालते हैं। यदि परिवार के लोग बार-बार बीमार पड़ रहे हों या घर में नकारात्मकता बनी रहती हो, तो इसका कारण वास्तु दोष भी हो सकता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में ऊर्जा का असंतुलन शरीर और मन दोनों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। आइए जानते हैं, इसके संभावित कारण और आसान उपाय।
स्वास्थ्य पर असर डालने वाले प्रमुख वास्तु दोष
अगर बेडरूम दक्षिण-पश्चिम दिशा में न होकर दक्षिण-पूर्व या उत्तर-पूर्व में है, तो इससे स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। बीम के नीचे सोने या लंबे समय तक बैठने से मानसिक दबाव और थकान बढ़ती है। मुख्य दरवाजे के सामने बड़ा पेड़, खंभा या गड्ढा होना ऊर्जा के प्रवाह को रोक सकता है, जिससे सेहत पर असर पड़ता है। घर में फैला कचरा या धूल-मिट्टी नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है। रसोई का उत्तर-पूर्व में होना या बाथरूम का दक्षिण-पश्चिम में होना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक माना जाता है। घर के हर कोने को साफ रखें। खासकर उत्तर-पूर्व दिशा को हमेशा खुला और रोशनी वाला रखें। तुलसी, मनी प्लांट, बांस जैसे पौधे घर की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करते हैं और सेहत के लिए लाभकारी होते हैं.
पानी हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में बहना चाहिए। लीक होते नल तुरंत ठीक करें।
विशेष वास्तु टिप्स बीमारियों से बचाव के लिए
हर रोज़ घर में कपूर या लौंग का धुआं करें, यह वातावरण को शुद्ध करता है। रात को सोने से पहले घर के मंदिर में दीपक जलाएं। उत्तर-पूर्व दिशा में भगवान का मंदिर बनाएं, वहां पूजा करें। सप्ताह में एक बार नमक के पानी से फर्श पोछें, यह नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है।
वास्तु दोष हमेशा बीमारियों का कारण नहीं होते, लेकिन इनका असर हमारे जीवन पर पड़ सकता है। सही दिशा, साफ-सफाई, प्राकृतिक रोशनी और संतुलित ऊर्जा का प्रवाह हमारे स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बना सकता है। अगर बार-बार बीमारी हो रही है, तो चिकित्सा उपचार के साथ-साथ घर के वास्तु पर भी ध्यान दें। सही उपाय अपनाकर आप न केवल स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं, बल्कि घर में सुख-शांति और सकारात्मकता भी बनाए रख सकते हैं।
