
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को कड़ी चेतावनी दी है। व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्युंग से मुलाकात के दौरान ट्रंप ने कहा कि यदि चीन अमेरिका को रेयर अर्थ मैग्नेट्स उपलब्ध नहीं करवाता है, तो उस पर 200 प्रतिशत टैरिफ लगाया जाएगा। ट्रंप ने यह भी स्वीकार किया कि अमेरिका का सबसे बड़ा हथियार टैरिफ है और चाहें तो वह चीन के साथ व्यापार पूरी तरह खत्म कर सकते हैं।

अमेरिका का यह विवादित बयान उस समय सामने आया है जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार, तकनीक, सैन्य और क्षेत्रीय प्रभुत्व को लेकर तनाव लगातार बना हुआ है। एक तरफ अमेरिका चीन के प्रति नरम रुख अपनाता दिख रहा है, वहीं दूसरी तरफ वह उसे धमकी भी दे रहा है। ट्रंप ने बैठक के दौरान कहा, “हम चीन के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखेंगे। हालांकि हमारे पास कुछ ऐसे कार्ड हैं, जिन्हें अगर खेला जाए तो चीन को तबाह कर सकते हैं, लेकिन मैं ऐसा नहीं करूंगा।”डोनाल्ड ट्रंप की इस धमकी के बाद दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्धविराम का खतरा और बढ़ गया है। सोमवार को व्हाइट हाउस में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति के साथ बैठक के बाद उन्होंने चीन की ओर इशारा करते हुए ऐसी बातें कहीं, जो सबके लिए हैरान करने वाली थीं। अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग चीन को 500 विमान बेचने के सौदे पर काम कर रहा है।

ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों पक्ष जेट के मॉडल, प्रकार और डिलीवरी शेड्यूल जैसे विवरणों को अंतिम रूप दे रहे हैं, जो संभावित अमेरिका-चीन व्यापार समझौते में विमान की भूमिका को बयां करता है। बीजिंग स्थित थिंक टैंक, सेंटर फॉर चाइना एंड ग्लोबलाइजेशन के फाउंडर और प्रेसीडेंट हेनरी वांग ने कहा कि ट्रंप की यह बेबाक टिप्पणी बीजिंग के साथ व्यापार सहयोग को आगे बढ़ाने और एक समझौते पर पहुंचने की उनकी उत्सुकता का संकेत देती है। वांग ने कहा-वह झांसा दे रहे हैं।
