
CP Radhakrishnan: नई दिल्ली। देश की राजनीति में बड़ा फैसला सामने आया है। महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को एनडीए (NDA) ने उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया है। शनिवार को हुई भाजपा संसदीय दल की बैठक में उनके नाम पर सभी नेताओं ने सहमति जताई। अब वे 21 अगस्त को आधिकारिक तौर पर नामांकन दाखिल करेंगे।
कौन हैं सी.पी. राधाकृष्णन?
सी.पी. राधाकृष्णन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता माने जाते हैं। उनका ताल्लुक तमिलनाडु से है और उन्होंने दक्षिण भारत में भाजपा को खड़ा करने में बड़ी भूमिका निभाई है। वे दो बार लोकसभा सांसद रह चुके हैं। सी.पी. राधाकृष्णन कई संसदीय समितियों में सदस्य रहे हैं। राधाकृष्णन संगठन में उनकी छवि एक सुलझे हुए, ईमानदार और साफ-सुथरे नेता की रही है। राज्यपाल बनने के बाद राधाकृष्णन ने महाराष्ट्र में शिक्षा, सामाजिक काम और विकास की योजनाओं को बढ़ावा दिया। वे हमेशा युवाओं को समाज सेवा और राजनीति में आने के लिए प्रेरित करते रहे हैं। उनकी यही सादगी और मिलनसार स्वभाव उन्हें बाकी नेताओं से अलग बनाता है।
अब सबकी निगाहें विपक्ष की ओर हैं। अभी तक विपक्षी पार्टियों ने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि राधाकृष्णन के मैदान में आने से एनडीए की स्थिति मजबूत लग रही है।
उपराष्ट्रपति चुनाव कैसे होता है?
भारत के उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के सदस्य यानी लोकसभा और राज्यसभा के सांसद करते हैं। राष्ट्रपति चुनाव की तरह इसमें आम जनता वोट नहीं करती। मौजूदा उपराष्ट्रपति का कार्यकाल खत्म होने वाला है, इसलिए यह चुनाव काफी अहम माना जा रहा है।
कुल मिलाकर, एनडीए ने सी.पी. राधाकृष्णन का नाम आगे करके साफ संदेश दिया है कि वे अनुभव और ईमानदारी को महत्व देते हैं। उनका राजनीतिक सफर, सादगी और संगठन से जुड़ाव उन्हें उपराष्ट्रपति पद का एक मजबूत दावेदार बनाता है। रिपोर्ट : श्रुति कुमारी
