
7 जुलाई का दिन काफी खास रहना वाला है। ऐसा इसीलिए क्योंकि इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से व्हाइट हाउस में मुलाकात करने वाले हैं। गाजा में युद्धविराम की कोशिशों और ईरान से जुड़े मुद्दों को लेकर ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है। इस मामले में एक्सपर्ट का कहना है कि ये मुलाकात ट्रंप की मिडिल ईस्ट में शांति स्थापित करने का एक अहम हिस्सा है।

दरअसल समाचार एजेंसी रॉयटर्स की माने तो सीनियर सलाहकार और सेंटर फॉर स्ट्रैटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज की मिडिल ईस्ट डायरेक्टर मोना याकूबियन ने अपनी बात में कहा कि डोनाल्ड ट्रंप गाजा में सीजफायर के मुद्दे को महत्व देते हुए दिखाई दे रहे हैं। ये मुद्दा दोनों नेताओं की मुलाकात में सबसे अहम रहने वाला है। इतना ही नहीं ट्रंप काफी वक्त से इस बात का संदेश देते हुए दिखाई दे रहे हैं।

क्या है सीजफायर को लेकर हमास का रवैया
वहीं, दूसरी तरफ हमास भी सीजफायर के मुद्दे पर सकारात्मक रवैया अपनाता हुआ दिखाई दे रहा है। साथ ही बातचीत करने के लिए भी पूरी तरह से तैयार है। इस योजना में बंधकों की रिहाई और संघर्ष समाप्त करने को लेकर बातचीत का प्रस्ताव शामिल है। वहीं, गाजा महीनों की लड़ाई के बाद तबाह हो चुका है। हजारों लोगों की मौत हो चुकी है और हजारों घायल हैं। सैकड़ों बच्चे मारे जा चुके हैं और लाखों घर खत्म हो चुके हैं। फिर भी हमास और इजरायल अपनी अपनी शर्तें थोप रहे हैं। जबकि सबसे बड़ी शर्त तो सिर्फ एक होनी चाहिए, वो है युद्धविराम।
