
उत्तर प्रदेश के बरेली में हाल ही में भड़की हिंसा को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि तौकीर रजा की पार्टी से जुड़े नेताओं ने दंगे की योजना बनाई थी और भीड़ को भड़काने के लिए खतरनाक साजिश रची थी। आरोप है कि दंगाइयों को साफ शब्दों में कहा गया था कि “शहर का माहौल बिगाड़ना है, चाहे इसके लिए पुलिस वालों की हत्या ही क्यों न करनी पड़े।” गिरफ्तार आरोपी नदीम ने पुलिस को बताया कि हिंसा से पहले तौकीर रजा के करीबी नेताओं ने लोगों को उकसाया और बाहर से भी अपराधियों को बुलाया। इन लोगों के पास अवैध हथियार थे। “सर तन से जुदा” जैसे नारे लगवाकर माहौल को भड़काया गया। हिंसा के दौरान दंगाइयों ने छतों से पत्थरबाजी की, गोलीबारी की और पुलिस पर जानलेवा हमला किया। ड्रोन कैमरे की फुटेज में यह पूरा घटनाक्रम रिकॉर्ड हुआ। पुलिस ने जब स्थिति को काबू करने की कोशिश की तो भीड़ और ज्यादा उग्र हो गई।

अब तक 80 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। तीन आरोपियों के साथ पुलिस का एनकाउंटर हुआ, जिनमें इदरीस और इकबाल के पास से एंटी-राइट गन और लूटा गया वायरलेस सेट बरामद किया गया। पुलिस लगातार आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी में जुटी है। FIR में साफ तौर पर लिखा गया है कि हिंसा से पहले भीड़ को यह संदेश दिया गया था कि ताकत दिखानी है और इसके लिए पुलिसकर्मियों की हत्या तक की जा सकती है। इससे साफ होता है कि हिंसा कोई अचानक हुई घटना नहीं थी बल्कि यह एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा थी।
सामने आई एफआईआर के मुताबकि एसपी सिटी के गनर की दंगाइयों ने एंटी राइट गन और पुलिस से वायरलेस सेट भी लूट लिया था। एनकाउंटर में इदरीस और इकबाल के पास पुलिस ने इस सामानों को बरामद कर लिया। दोनों के पैर में गोली लगी है। यह पूरा मामला अब गंभीर राजनीतिक और कानून-व्यवस्था का रूप ले चुका है। पुलिस और प्रशासन इसे ‘राजनीतिक साजिश’ मानते हुए जांच को और तेज कर रहे हैं।