
यूपी के फतेहपुर इलाके में नवाब अब्दुल समद का मकबरा और ऐतिहासिक शिव मंदिर को लेकर विवाद बढ़ता हुआ नजर आया। हिंदू संगठनों की तरफ से डीएम से इस मकबरे में पूजा-पाठ करने की इजाजत मांगी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। मकबरे के आसपास बैरिकेडिंग करते हुए भारी फोर्स को तैनात किया गया। वहीं, सोमवार के दिन भारी संख्या में हिंदूवादी संगठन के लोग मौके पर जमा हो गए। मकबरे को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करने लगे। जैसे-तैसे पुलिसवालों ने उन्हें रोका। वहीं, मुस्लिम समुदाय के लोग भी मकबरे की ओर बढ़ने लगे, जिससे माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया है।इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 10 नामजद और 150 अज्ञात अराजकतत्वों के खिलाफ केस दर्ज किया है।

आरोपियों पर जबरन मकबरे में घुसने, तोड़फोड़ करने और शांति भंग करने का आरोप है। सदर कोतवाली में दर्ज हुई एफआईआर में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धाराएं 190, 191(2), 191(3), 196, 301 सहित संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम और 7 CLA एक्ट भी शामिल किए गए हैं। पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पांच विशेष टीमें गठित कर दी हैं और मामले की गंभीरता को देखते हुए लगातार छापेमारी की जा रही है।

सनातनी पर अवैध कब्जा बिल्कुल भी बदार्श्त नहीं
बीजेपी जिलाध्यक्ष मुखलाल पाल ने अपनी बात में कहा कि प्रशासन को मामले की पूरी जानकारी है। दूसरे समुदाय ने मंदिर को मस्जिद के स्वरूप में करने का काम किया है। ये हमारी आस्था का केंद्र है, इसीलिए हम लोग हर कीमत में मंदिर में पूजा-पाठ करेंगे। अवैध कब्जा सनातनी बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। कुछ भी होगा वो प्रशासन की जिम्मेदारी होगी। इसके अलावा फतेहपुर के जिलाधिकारी रवींद्र सिंह ने कहा कि अभी कानून व्यवस्था सामान्य है। लोग चले गए हैं। अभी हमारी प्राथमिकता है की लोगों में विश्वास हो। वहीं फतेहपुर के एसपी अनूप कुमार सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था सामान्य है अब।
